दूध उबाल कर पीना चाहिए लेकिन साथ साथ यह भी देखना चाहिए,के दुध ज़मीन पर ना गीरे.
दूध उबाल कर पीना चाहिए लेकिन साथ साथ यह भी देखना चाहिए,के दुध ज़मीन पर ना गीरे
इमाम अली रज़ि अल्लाह ताअला अन्हु के खीदमत में एक औरत आई और दस्तेअदब जोरकर अर्ज करने लगी.
या अली हमारे घर में झगड़े बहुत होते हैं.कोई किसी से मोहब्बत नहीं करता.रिज़्क़ में तंगी रहती है.या अली ऐसा क्युं?
बस यह कहना था तो इमाम अली रज़ि अल्लाह ताअला अन्हु ने फरमाया.ऐ औरत बताओ जब तुम अल्लाह का रिज़क़ पकाती हो तो कुछ गीरता तो नहीं.
तो उस औरत ने कहा हां या अली जब जब मैं दूध उबालती हूं तो वो थोड़ा सा गीर जाता है.
बस यह कहना था तो इमाम अली रज़ि अल्लाह ताअला अन्हु ने फरमाया.
ऐ औरत याद रखना जब अल्लाह का दीया गया रिज़्क़ गीरता है,और गिरकर जलता है,तो उस से घर में झगड़े बेसुकुनी नफरत और रिज़्क़ में तंगी पैदा होती है.
दूध उबाल कर पीना चाहिए लेकिन साथ साथ यह भी देखना चाहिए,के दुध ज़मीन पर ना गीरे.
तुम अपने इस आदत पे काबू पा लो अल्लाह के करम से फिर तुम्हारे घर में सुकुन मोहब्बत और बरकत आजाएगी.
यह लेख अच्छा लगा तो लाइक शेयर कमेंट जरुर करें.ह़लाल रिज़्क़
इसे भी पढ़ें:John Wooden
इसे भी पढ़ें:इस ज़मीन पर तमाम इंसानों का हक़ बराबर है,कोई ज़मीन किसी की नहीं
Time and money always important to ask them about
their choice you can use one of their baby.
The online world is indeed an information super high way.
Rarely unless there are also perks that’s involved.
Good day! This is kind of off topic but I need some guidance
from an established blog. Is it hard to set up your own blog?
I’m not very techincal but I can figure things out pretty
fast. I’m thinking about creating my own but I’m not sure where to begin. Do you have any points or suggestions?
Cheers